निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
झरने किसके गौरव का गान कर रहे हैं? बहते हुए झरने की तुलना किससे की गई है?
झरने पर्वतों की उच्चता और महानता के गौरव का गान कर रहे हैं। कवि ने झरनों की तुलना झरते हुए मोतियों से की है। फिर कवि ने झरनों की बेकाबू गति की तुलना किसी ऐसे व्यक्ति से की है जो नशे के प्रभाव में लड़खड़ाकर चल रहा हो। झरने तीव्र गति से बहते हैं और उनके तीव्र गति से बहते हुए जल का दृश्य बहुत ही मनोरम और कभी-कभी भयानक भी होता है| इस प्रकार से तीव्र गति से बहते हुए झरने हमें पर्वतों की उच्चता, विशालता का अहसास कराते हैं|